बन्दीछोड़ आचार्य
श्री गरीबदास जी ने अपने वाणी ग्रंथ में “पारख के अंग” मे गुरूदेव कबीर साहिब जी की जीवन लीला संक्षेप में
वर्णन की है। कबीर साहिब जी के समय मे भारत में मुगल साम्राज्य था। यहां का
बादशाह सिकन्दर लोदी था, जो इस्लाम धर्म का कट्टर समर्थक था परन्तु श्री कबीर साहिब
जी की महिमा देखकर इनका पक्का अनुयायी बन चुका था। अपने मन का भ्रम दूर करने के लिए
सिकन्दर लोदी ने 52 बार श्री कबीर
साहिब जी की परख (परीक्षा) की, अंत में हारकर उसे महाराज जी का लोहा मानना ही पड़ा। एक बार
श्री कबीर साहिब जी ने राजा सिकन्दर को एक कौतुक दिखाया:-
Saturday, June 17, 2017
Friday, June 9, 2017
कबीर जी का जीवन परिचय
कबीर जी का जीवन परिचय |
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