एक समय की बात है सतगुरु ब्रह्म सागर जी महाराज भुरिवाले लुधियाना की कुटिया में आये हुए थे मुख्यद्वार के साथ कुटिया में महाराज जी का आसन लगा हुआ था एक दिन की बात है की महाराज जी को बहुत जोर का भुखार हो रहा था
महाराज सुबह से ही भूरी ओढ़े अपने कमरे में लेटे हुए थे कुछ खाया पिया भी नहीं था दोपहर को कही से चार संत आये और दीवान जी से पूछा की महाराज जी कहा है ? दीवान जी ने कहा की महाराज जी को बहुत जोर का बुखार हो रहा है संतो ने महाराज जी से मिलने की इछा परगट की दीवान जी महाराज जी के गए और कहा की हे गुरुदेव ! चार महात्मा आप से मिलना चाहते है महाराज जी ने महात्माओ को जल पान करवाने का आदेश दिया और बाद में मिलने को कह दिया
Friday, March 5, 2010
Subscribe to:
Posts (Atom)