Friday, May 26, 2017

सतगुरु बन्दीछोड़ साहिब गरीब दास जी का अवतरण - भाग २

सतगुरु बन्दीछोड़ साहिब गरीब दास जी का अवतरण - भाग २

गत अंक से आगे ....

महापुरुषों के कथनानुसार कुछ समय पश्चात माता रानी गर्भवती हो गई | जब गर्भ छे माह का था तो एक दिन माता रानी पानी भरने के लिए कुँए की तरफ जा रही थीं तो मार्ग में दो संत मिल गए | माता रानी को देख कर संतों ने उन्हें प्रणाम किया और परिक्रमा करने लगे | यह देख माता कुछ परेशान हो गई और बोलीं,  आप संत महापुरुष हैं इस तरह का व्यवहार करके हमें पाप का भागी क्यूँ बना रहे हैं | तब संतों ने कहा माता जी आप पाप के नहीं आप तो पुण्य के भागी हो | मैया आपकी देह में हमारे सतगुरु जी का तेज प्रत्यक्ष हो रहा है | हमने तो उन्हींके को प्रणाम किया है और उन्हीं की परिक्रमा की है | माता आप धन्य हैं | यह छुड़ानी गाँव धन्य है | यहां के लोग भी धन्य हैं जहां पर हमारे सतगुरु जी का अवतार होगा |