Tuesday, December 1, 2015

महाराज भुरीवालों के वट्टे


बन्दीछोड़ गरीब दास साहिब जी अपनी वाणी में फरमाते है कि:
गरीब, आजिज मेरे आसरे, मैं आजीज के पास । 
          गैल गैल लाग्या फिरुँ, जब लग धरनि आकाश ।। 
      परमात्मा सदैव अपने भक्तो की रक्षा करता है । हमे सदैव ही परमात्मा की भक्ति में लीन रहना चहिये, तभी मनुष्य का उद्धार हो सकता है ।
                            एक बार की बात है कि चौदा ग्राम पंजाब में श्रीराम नामक एक व्यक्ति रहता था । वह सतगुरु