गरीब लख छलिछद्र मैं करूं अपने भक्तों काज |
हिरणाकशय से मार हूं नर सिंह धार हू साज ||
सतगुरु भुरीवालों का एक परम सेवक तथा भक्त श्री नराता राम जो की ग्राम चौंदा का रहने वाला था और लुधियाना रेलवे विभाग में टिकट कोल्लेक्टर के पद पर काम करता था |वेह सतगुरु भुरीवालों द्वारा बताए नित्य नियमों का पालन करता था तथा साथ साथ अपनी ड्यूटी भी किया करता था |