Saturday, May 24, 2014

कबीर दास जी महाराज का छुड़ानी धाम में प्रकट होना


अलल पंख अनुराग है, सुन्न मण्डल रहे थीर |

दास गरीब उधारिया, सतगुरु मिले कबीर ||

                                                                                                                                          अनंता-अनन्त अखिल ब्रह्मंड नायक ज्योत सत्पुरुष सतगुरु श्री.श्री.१००८ गरीब दास जी महाराज ने श्री छुड़ानी धाम जिला झज्जर तहसील बहादुरगढ़ हरियाणा में अवतार लिया| जब आचार्य गरीब दास जी महाराज १० वर्ष की आयु के थे तब उनको परमपिता परमेश्वर सत्पुरुष सतगुरु कबीर साहिब जी महाराज ने दर्शन दिए थे| बात  वि०सं० १७८४ फाल्गुन शु० दवाद्शी की है जब रोजाना की तरह आचार्य गरीब दास जी महाराज गायें चराने खेतो में गए हुए थे| तब वह गायो को अपने और साथियों को सोप कर ध्यान लगा कर एकांत में बैठ गए|

Monday, May 19, 2014

भक्त निर्मल दास की दिव्य दृष्टि खुलना


                                                                  गरीब काया माया खंड है, खंड राज और पाट |
             अमर नाम निज बंदगी, सतगुरु से भई साट ||
                                      एक बार की बात है कि आचार्य श्री.श्री १००८ गरीब दास जी महाराज बाहर पिली जोहड़ी के खेत में बैठे ज्वार का गन्ना चुस रहे थे उसी वक्त वंही पर उनका एक भक्त श्री निर्मल दास बैठा हुआ था वह आचार्य श्री.श्री १००८ गरीब दास जी महाराज के द्वारा चुसे हुए गन्ने की झूठन को उठा कर चूस रहा था |तभी उस भाग्यवान महापुरुष(भक्त) की दिव्य दृष्टि खुल गयी

Saturday, May 17, 2014

सतगुरु भूरीवाले जी महाराज की लीला

तुम साहिब तुम संत हौतुम सतगुरु तुम हंस |
 गरीबदास तुम रूप बिन, और न दूजा अंस ||

एक समय की बात हैं सतगुरु भूरीवाले जी महाराज छुड़ानी धाम में गरीब दास जी महाराज के दरबार की सेवा करवा रहे थे | तभी छुड़ानी धाम का एक आदमी (भक्त मोजीराम जो की माता रानी के पिता श्री.शिवलाल जी के ही परिवार से था) सतगुरु भूरीवाले जी महाराज के पास आया