स्वामी ब्रह्मानन्द जी भुरीवाले (तृतीय)-ब्रह्मलीन
स्वामी भुरीवालों एवं स्वामी लालदास जी की स्मृति में सैकड़ों संस्थाओ को स्थापना करवाई पंजाब के कंडी -दुनी -बीत क्षेत्रों में एवं लुधियाना में विद्यालयों -महाविद्यालयों -चिकित्सालियो -गौशालाओं एवं धर्म संस्थाओं की श्रंखला खड़ी की गरीब ,किसान ,मजदूर व् क्षेत्रवासियों के लिए सड़क ,सिंचाई सुविधा ,पुल आदि का राज्य शासन व् प्रशासन को आदेश देकर निर्माण करवाया यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि पंजाब प्रान्त के ज्यादातर मुख्यमंत्री स्वामी ब्रह्मानन्द जी महाराज से आशीर्वाद लेते रहे है स्वामी जी ने आचार्य श्री कि वाणी के माध्यम से जनसाधारण का मुक्ति मार्ग प्रशस्त किया हरिद्वार स्थित ब्रह्मनिवास(दक्षिणी) का अभूतपूर्व विस्तार किया , जो आज हरिद्वार स्थित गरीबदासीय आश्रमों में एक अग्रणी संस्था है , जहां अन्नक्षेत्र व् संत सेवा की सर्वोतम व्यवस्था है पंजाब सहित हिमाचल ,जम्मू कश्मीर ,हरियाणा ,दिल्ली ,राजस्थान ,उत्तरप्रदेश ,उत्तरांचल आदि प्रदेशों में गरीबदासीय वाणी की अलख जगाई धन्य है स्वामी ब्रह्मानन्द जी , धन्य है आप द्वारा किया गया परोपकार गरीबदासीय पंथ एवं भारतवर्ष के नागरिक आपके सदा ॠणी रहेंगे
शुभकामनायें
पूज्यनीय स्वामी ब्रह्मानन्द जी के पार्थिव शारीर को जल समाधि देने के पश्चात दिनांक ४-५-२००२ को सांय ४ बजे ब्रह्मनिवास (दक्षिणी) सप्त सरोवर रोड, हरिद्वार में सर्वोच्च गरिबदासीय पीठ , छतरी साहिब छुडानी धाम के आचार्य आदिगद्दीनशीन श्रीमहन्त दयासागर जी की अध्यक्षता में शोकसभा एवं एक विशेष सभा का आयोजन किया सभा का संचालन स्वामी ब्रह्मानन्द जी के गुरुभाई स्वामी प्रकाशानन्द जी की किया पहले २ मिनट का मौन धारण किया गया तत्पश्चात श्रीमहन्त जी ने स्वामी जी के उत्र्राधिकारी के बारे में चर्चा की वैसे तो स्वामी ब्रह्मानन्द जी ने अपने जीवन काल में ही पंजाब प्रान्त के मालेवाल गांव (कंडी) में श्रीमहन्त दयासागर जी के श्रीमुख से अपने परमशिष्य स्वामी चेतनानन्द जी वेदान्ताचार्य को अपना उत्र्राधिकारी घोषित करवा दिया था , फिर भी श्रीमहन्त जी ने दिनांक ४-५-२००२ जी विशेष सभा में स्वामी ब्रह्मानन्द जी के अन्य सभी सन्तशिष्यों एवं भक्तसमाज द्वारा स्वामी चेतनानन्द जी को उतराधिकारी के रूप में स्वीकार करते हुए सहमति व् समर्थन व्यक्त करवाया गरीबदासीय पंथ एवं अखिल भारतीय साधू समाज के समक्ष भी इस सम्बंध में अनुमोदन करने का प्रस्ताव पारित किया गया हम सभी स्वामी चेतनानन्द जी वेदान्ताचार्य के उत्र्राधिकारी नियुक्त होने पर शुभकामना व्यक्त करते है और आशा करते है कि आप अपने पूज्यनीय गुरुमहाराज ब्रह्मलीन स्वामी ब्रह्मानन्द जी की आज्ञा अनुसार एवं उनके आदेशों पर चलते हुए गरीबदासीय वाणी का प्रचार प्रसार एवं लोकहितार्थ शुभकार्य करते रहेंगे
हुकमनामा
सर्वोच्च गरीबदासीय पीठ ,छतरी साहिब ,छुडानी धाम ,जिला झज्जर (हरियाणा) की ओर से छतरी साहिब द्वारा नियंत्रित व समर्थित गरीबदासीय पंथ के सभी भक्तो एवं महाराज भुरीवालों की संगत के लिए हुकमनामा जारी किया जाता है कि स्वामी चेतनानन्द जी वेदान्ताचार्य ,जो कि पूज्यनीय स्वामी ब्रह्मसागर भुरीवालों की पवित्र गद्दी पर आसीन होने वाले चौथे महापुरष(स्वामी भुरीवाले चतुर्थ) है ,उनके प्रति पूर्ण श्रधा रखे और उनके अंदर स्वामी ब्रह्मसागर भूरी वालों कि ज्योति का दर्शन करकें लाभ उठावें
बन्दीछोड़ जगद्गगुरु श्री गरीबदासाचार्य जी महाराज संगतों का सदैव मंगल करें
निवेदक:
गरीबदासीय शिरोमणि ट्रस्ट ,छतरी साहिब ,छुडानी धाम ,जिला झज्जर (हरियाणा)
_________________________________________________________________
श्री भुरीवालों कि गद्दी परम्परा (गरीबदासीय पंथ)
- सतगुरु ब्रह्मसागर भुरीवाले जी
- स्वामी लालदास जी
- स्वामी ब्रह्मानन्द जी
- स्वामी चेतनानन्द जी वेदान्ताचार्य
No comments:
New comments are not allowed.